प्याज और लहसुन की गिरती कीमतों पर चिंता, सरकार खरीदी केंद्र खोले – विधायक प्रताप ग्रेवाल
सरदारपुर असलम खान
प्रदेश में प्याज और लहसुन की गिरती कीमतों से चिंतित होकर विधायक प्रताप ग्रेवाल ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखते हुए किसानों को राहत देने की मांग की है। पत्र में उन्होंने आग्रह किया है कि किसानों के हित में प्रत्येक तहसील मुख्यालय पर प्याज एवं लहसुन के लिए सरकारी खरीदी केंद्र तत्काल प्रारंभ किए जाएं।
विधायक ग्रेवाल ने पत्र में उल्लेख किया कि मध्यप्रदेश देश में प्याज और लहसुन उत्पादन में प्रमुख स्थान रखता है। वर्ष 2024-25 में प्रदेश में 2.5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में प्याज की खेती हुई, जिससे 54.42 लाख मीट्रिक टन उत्पादन प्राप्त हुआ। इसी तरह 2.07 लाख हेक्टेयर में लहसुन की खेती कर 21.38 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हुआ।
ग्रेवाल ने बताया कि निर्यात पर पाबंदी और बाजार में गिरावट के चलते किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। प्याज की लागत प्रति बीघा 50,000 से 60,000 रुपये आती है, जबकि मंडियों में वर्तमान में इसके दाम मात्र 6 से 12 रुपये प्रति किलो रह गए हैं। इससे किसानों को प्रति बीघा करीब 15,000 से 20,000 रुपये का घाटा हो रहा है।
इसी तरह, लहसुन की लागत प्रति बीघा 80,000 से 90,000 रुपये है, लेकिन मंडियों में भाव सिर्फ 2000 से 4000 रुपये प्रति क्विंटल है, जिससे किसानों को लागत का आधा भी नहीं मिल पा रहा है।
विधायक ग्रेवाल ने याद दिलाया कि वर्ष 2017-18 में ऐसी ही स्थिति उत्पन्न होने पर राज्य सरकार ने हस्तक्षेप कर प्याज और लहसुन की सरकारी खरीदी शुरू की थी, जिससे किसानों को राहत मिली थी। उन्होंने मांग की कि वर्तमान हालात को देखते हुए सरकार को फिर से ऐसा ही कदम उठाना चाहिए।
यह जानकारी विधायक कार्यालय से जारी प्रेस विज्ञप्ति में विष्णु चौधरी द्वारा दी गई।
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