भोपाल में ‘आत्मबोध से विश्वबोध’ कार्यशाला और अखिल भारतीय मुशायरा का आयोजन।
न्यूज़ एडीटर जावेद खान झाबुआ।
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मध्य प्रदेश उर्दू अकादमी, मध्य प्रदेश संस्कृति परिषद, संस्कृति विभाग द्वारा ‘आत्मबोध से विश्वबोध – क़लम से मंच तक’ कार्यशाला एवं जश्न-ए-आज़ादी मुशायरा का आयोजन 23 अगस्त 2025 को जनजातीय संग्रहालय, श्यामला हिल्स भोपाल में किया जाएगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन विभाग श्री शिवशेखर शुक्ला होंगे।
कार्यक्रम का शुभारंभ दोपहर 2 बजे प्रथम सत्र से होगा। इसमें मुख्य वक्ता साहित्य अकादमी के निदेशक डॉ. विकास दवे ‘आत्मबोध से विश्वबोध’ विषय पर वक्तव्य देंगे। वहीं वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. मो. नोमान ख़ान ‘उर्दू साहित्य में सामाजिक समरसता एवं कुटुम्ब प्रबोधन’, श्री इक़बाल मसूद ‘उर्दू साहित्य में राष्ट्रीय सांस्कृतिक चेतना’, डॉ. मो. आज़म ‘उर्दू साहित्य में पर्यावरण संरक्षण’ और डॉ. नुसरत मेहदी ‘उर्दू साहित्य में वंचित विमर्श (दलित, महिला एवं आदिवासी)’ विषय पर विचार व्यक्त करेंगे। इस सत्र का संचालन डॉ. एहसान आज़मी करेंगे।
द्वितीय सत्र में प्रदेशभर से आए साहित्यकार और समन्वयक अपनी प्रस्तुतियाँ देंगे। इनमें अब्दुल सलाम खोकर (रतलाम), शऊर आशना (बुरहानपुर), सूफियान क़ाज़ी (खण्डवा), मुबीन जामिन (छिंदवाड़ा), सबीहा सदफ़ (रायसेन), संतोष सागर (विदिशा), राशिद राही (जबलपुर), अनीस शाह (नरसिंहपुर), डॉ. अनीस (सीहोर), अकरम दतियावी (दतिया), अनीता मुकाती (धार), सरफराज भारतीय (झाबुआ) सहित अन्य जिलों से जुड़े रचनाकार शिरकत करेंगे।
कार्यक्रम का समापन अखिल भारतीय मुशायरे से होगा। इसमें ज़फर सहबाई (भोपाल), राजेश रेड्डी (मुंबई), शारिक़ कैफ़ी (बरेली), क़ाज़ी मलिक नवेद (भोपाल), तारा इक़बाल (लखनऊ), अतहर शकील (मुंबई) और ज्योति आज़ाद खत्री (ग्वालियर) जैसे देशभर के प्रख्यात शायर अपनी ग़ज़लें और नज़्में पेश करेंगे।
कार्यक्रम का संचालन और संयोजन मध्यप्रदेश उर्दू अकादमी की निदेशक डॉ. नुसरत मेहदी के मार्गदर्शन में किया जा रहा है।
यह जानकारी झाबुआ से सरफराज भारती द्वारा दी गई।
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